‘तोप’ शीर्षक कविता का भाव समझते हुए इसका गद्य में रूपांतरण कीजिए।
कंपनी बाग के मुहाने पर सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय अंग्रेजी सेना द्वारा 1857 की क्रांति को कुचलने के लिए प्रयोग की गई तोप को रखा गया है। इस तोप का महत्त्व है और इसी कारण इस तोप को हमारे देश की आजादी से संबंधित महत्वपूर्ण दिवसों पर चमकाया जाता है एवं प्रदर्शनी के लिए रखा जाता है क्योंकि यह तोप अंग्रेजी सरकार से हमारी जीत और आज़ादी का प्रतीक है। इसलिए राष्ट्रीय महत्व को ध्यान में रखते हुए इस तोप को चमकाया जाता है ताकि लोगों के मन में राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ावा मिले और लोगों को स्वतंत्रता दिलाने वाले वीरों एवं स्वतंत्रता के महत्व का अहसास हो| इस तोप ने बहुत से युद्धों में अंग्रेजी सेना की ओर से अपना योगदान दिया था| इसने अनगिनत भारतीय शूरवीरों और स्वतंत्रता सेनानियों को मार डाला था| क्रूर सत्ता की प्रतीक यह तोपवर्तमान में प्रदर्शन की वस्तु बनकर कंपनी बाग के मुख्य द्वार पर रखी है। अब इस तोप का प्रयोग बच्चे या पक्षी करते हैं, और वे इससे डरने के स्थान पर इससे खेलते हैं। गौरैया तो इसके मुँह तक में घुस जाती हैं। अब इससे किसी को किसी भी प्रकार का भय नहीं है। यह तोप बताती है कि अन्यायी और ताकतवर का भी एक न एक दिन अंत अवश्य होता है।